![](https://aryavartabharatnews.com/r3e/uploads/2024/03/FB_IMG_1709661368632-720x470.jpg)
समाज में फैली बुराइयों के खिलाफ जीवन भर कार्य करते रहे स्वामी दयानंद सरस्वती : डॉ० राजीव श्रीगुरुजी
पं० दीन दयाल उपाध्याय नगर (चन्दौली), 05 मार्च 2024
महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती समाज सुधारक और आर्य समाज के संस्थापक थे, जिनका योगदान आर्य समाज की स्थापना में ही नहीं बल्कि भारतीय समाज को जागरूक करने में भी महत्वपूर्ण रहा है. उनका जीवन हर किसी के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत बना. दयानंद सरस्वती ने वेंदो के प्रचार प्रसार के लिए मुंबई में आर्य समाज की स्थापना की. जब महिलाओं के खिलाफ भेदभाव चरम पर था. उस वक्त केवल वही थे जो इन सब समस्याओं के खिलाफ खड़े हुए थे.
संत स्वामी दयानंद ने महिलाओं के खिलाफ भेदभाव को खत्म करने के लिए सबसे पहले आवाज उठायी थी
उक्त बातें विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० राजीव श्रीगुरुजी ने महर्षि दयानन्द सरस्वती जी के 200 वीं जन्म जयन्ती के अवसर पर “महर्षि दयानन्द सरस्वती के राष्ट्र व वैदिक संस्कृति रक्षार्थ” विषयक विचार गोष्ठी में कही |
उक्त गोष्ठी का आयोजन आर्य समाज मन्दिर, पं० दीन दयाल उपाध्याय नगर में किया गया था |
इस गोष्ठी में विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० राजीव श्रीगुरुजी एवं अमेरिका के सामाजिक वैज्ञानिक योगेन्द्र गुप्ता योगी जी ने विशिष्ट अतिथि के रूप भाग लिया।
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें