अखण्ड भारत की सीमाओं की वापसी के लिए गांव-गांव में सुभाषवाद का परचम लहराया जाएगा : डॉ.राजीव श्रीगुरुजी
चित्रकूट | विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय परिषद की बैठक के अंतिम दिन मन्दाकिनी नदी के तट पर माँ जानकी कुण्ड के सामने सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि अखण्ड भारत की सीमाओं की वापसी के लिए गांव-गांव में सुभाषवाद का परचम लहराया जाएगा। चित्रकूट में सुभाष भवन एवं सुभाष मन्दिर की स्थापना की जाएगी। त्रेतायुग में भगवान श्रीराम का साथ देने वाले कोल, भील और आदिवासी समुदाय के लोगो मे राष्ट्रीय चेतना विकसित की जाएगी। विशाल भारत संस्थान चित्रकूट में अनाज बैंक शुरू करेगा। विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.राजीव श्रीगुरुजी ने कहा कि विशाल भारत संस्थान सभी सुभाषवादियों से अखण्ड भारत नीति निर्माण के लिए सम्पर्क करेगा। गांव-गांव में नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की प्रतिमा लगाई जाएगी और प्रत्येक गांव में राष्ट्रीय हितों की चिंता करने के लिए सुभाष चौपाल बनाया जाएगा। जहां प्रतिदिन ग्रामवासी राष्ट्र की समस्याओं पर चर्चा कर सके एवं देश के विरूद्ध षड्यंत्र रचने वाले गद्दारों के खिलाफ मोर्चेबन्दी कर सके। सुभाष चौपाल की शुरुआत काशी से 23 जनवरी 2022 से की जाएगी। डॉ. राजीव श्रीगुरुजी ने कहा कि नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के 125 वीं जयंती पर काशी के सुभाष मन्दिर में 5 दिवसीय सुभाषमहोत्सव का आयोजन किया जाएगा। जिसमें हजारों संख्या में लोग भाग लेंगे और नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के दर्शन करेंगे। राष्ट्रीय परिषद में प्रस्ताव पारित हुआ कि माँ जानकी कुण्ड का पुनर्निर्माण विशाल भारत संस्थान करेगा और सतना जिले के कोल, भील दो गांवों में सेवा कार्य शुरू करेगा। राष्ट्रीय परिषद की अगली बैठक ओरछा में होगी और बैठक में डॉ. सुनील श्रीवास्तव को मध्य प्रदेश का राज्य वाईस चेयरमैन नियुक्त किया गया। इस बैठक में नजमा परवीन, नाज़नीन अंसारी, डॉ. मृदुला जायसवाल, इली भारतवंशी, खुशी रमन भारतवंशी, उजाला भारतवंशी, शिखा, राधा, दक्षिता, दीपक गोंड, धनंजय यादव, विकास यादव कर ताज़ीम भारतवंशी उपस्थित रहे।
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें