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लोकमान्य तिलक पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित हुए राजीव ओझा

राजीव ओझा को लोकमान्य तिलक पत्रकारिता सम्मान

वरिष्ठ पत्रकार राजीव कुमार ओझा को वर्ष 2020का लोकमान्य तिलक पत्रकारिता सम्मान देकर सम्मानित किया गया है।सत्य एवं अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की कर्मभूमि महाराष्ट्र स्थित सेवाग्राम वर्धा के सभागार में आयोजित मीडिया प्रोफेशनल्स के नेशनल सेमिनार में श्री ओझा के लेखन के मूल्यांकन के आधार पर उतर प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ के मीडिया प्रोफेशनल्स की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न सारस्वत यज्ञ में पांडेय बेचन शर्मा उग्र की धरती चुनार के वरिष्ठ संपादक-समीक्षक श्री राजीव कुमार ओझा को जमनालाल बजाज मेमोरियल लायब्रेरी एंड रिसर्च सेंटर सेवाग्राम आश्रम प्रतिष्ठान वर्धा के डायरेक्टर डाक्टर शिवी के.जोसेफ ने लोकमान्य बालगंगाधर तिलक पत्रकारिता सम्मान देकर सम्मानित किया।

इस सम्मान का श्रेय श्री ओझा ने अपने मित्रों, शुभचिंतकों,सोशल मीडिया पर जुड़े कलमकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं को देते हुए कहा है कि मुझे पढ़ने वालों‌ की सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती प्रतिक्रिया का,उग्र की धरती चुनार का सम्मान हुआ है ।

 मीडिया की विश्वसनीयता पर उठते सबाल एवं मीडिया के समक्ष चुनौतियां विषयक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए श्री ओझा ने मीडिया की विश्वसनीयता पर उठते सबाल के लिए मीडिया के चाल चरित्र चेहरे में आए परिवर्तन , संपादकीय सत्ता पर प्रबंधकीय सत्ता के बढ़ते वर्चस्व, सुपारी किलर जैसी कार्य संस्कृति को जिम्मेदार बताया। उन्होंने मीडिया के समक्ष 2014के बाद मीडिया पर कार्पोरेट घरानों के कब्जे , सांप्रदायिक नफरत के सियासी जहर के असर से देशवासियों को उबारने, सियासत द्वारा मीडिया के भीतर खोदी गई छद्म राष्ट्रवाद,छद्म हिन्दुत्व‌ के चलते हुए वैचारिक ध्रुवीकरण की खाई पाटने की चुनौती को रेखांकित किया।

संगोष्ठी सत्र में महाराष्ट्र के महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा के पत्रकारिता एवं‌ जनसंचार विभाग के प्रोफेसर डा.अनिल राय, छत्तीसगढ़ के कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डा.शाहिद अली, उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार एवं संपादक डा.प्रदीप श्रीवास्तव एवं श्री ओझा मंचीय अतिथि थे।

 बापू की कर्मभूमि पर आयोजित इस सारस्वत यज्ञ मे उत्तर ज्ञप्रदेश विधान मंडल के प्रकाशन‌ विभाग के संपादक डा.आविद रजा, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा के जनसंपर्क अधिकारी डा.बी.एस .मिर्गे,

डा.जयप्रकाश नागदा, गोंडवाना यूनिवर्सिटी गढ़चिरौली की प्रोफेसर डा.रूपाली अलोने, देहरादून के प्रोफेसर डा.देवेन्द्र प्रजापति , पत्रकारिता के छात्र-छात्राओं की सकारात्मक प्रतिभागिता रही।

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