संविधान दिवस के पूर्व संध्या पर सिविल बार में संगोष्ठी
मोहन तिवारी
गाजीपुर। भारतीय संविधान निर्माण को लेकर देश व्यापी जागरूकता अभियान चलाया गया। जिसमें जनपद में भारतीय संविधान दिवस के पूर्व संध्या पर अधिवक्ता परिषद उत्तर प्रदेश की गाधिपुरी इकाई ने सिविल बार एसोसिएशन के सभागार में गुरूवार को सिविल बार के अध्यक्ष हृदयनरायण सिंह की अध्यक्षता में शुभारम्भ किया गया। सिविल बार के पूर्व अध्यक्ष चन्द्रबली राय ने लोकतंत्र में संविधान की महत्ता प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय संविधान को प्रत्येक अधिवक्ता को पढ़ना चाहिए और इसकी जानकारी आमजन को भी देना चाहिए। इसके पश्चात परिषद के संरक्षक अमरेन्द्र सिंह उर्फ तात्या ने कहा कि हम सभी अधिवक्ताओं को हमारे राष्ट्र की एकता व अखण्डता बनाये रखने के लिए मजबूत राष्ट्र के निर्माण पर बल देना चाहिए। वरिष्ठ अधिवक्ता सीताराम राय ने बताया कि राष्ट्र को एकजूट करने में हमारे संविधान का विशेष महत्व रहा है इस संविधान के बल पर ही हम लोग न्याय की परिकल्पना कर गरीब और आमजन तक न्याय पहुंचाने का कार्य करते है और बिना किसी भेदभाव के समाज के दबें कुचलो को न्याय दिलाते है, जिससे हमारी कानून व्यवस्था मजबूत बनी हुई है। अधिवक्ता अशोक कुमार भारती ने कहा कि आज हम सभी लोगो को एक साथ मिल करके चलने की आवश्यकता है जिससे समरसता कायम रहे। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय मूल संविधान को हम अधिवक्ता भाईयों को दिखाया ओैर बताया नही गया तथा संविधान को आज जनजन तक बताने की आवश्यकता है, ताकि संविधान निर्माताओं ने जो सपना सजोया था भारत के राष्ट्र निर्माण में वह सपना पूरा हो सके तथा भारत एक शसक्त राष्ट्र बन सके और विश्व को अपने संविधान का लोहा मनवा सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री सिंह ने कहा कि अधिवक्ता परिषद पूरे भारत वर्ष में संविधान दिवस पर अच्छा कार्य कर रही है तथा लोगो में जागरूकता फैला रही है, जिसका असर हम न्यायालयों में देखते है। आमजन को न्याय दिलाने के लिए संविधान का पालन करते हुए आज हम लोक अदालत की परिकल्पना को साथ लेकर गरीबो को सीधे न्याय दिलाने पर कार्यरत है। जो एक समाज में अच्छा संदेश देता है। वरिष्ठ अधिवक्ता रामाश्रय ंिसंह ने कहा कि संविधान के मूल कों भगवान श्रीराम चित्रण के साथ शुरू होता है जो यह दर्शाता हेै कि हमारे संविधान में श्रीराम का स्थान सर्वप्रथम स्थान है उसके बाद संविधान की प्रस्तावना है जो हमारे देश व धर्म की रक्षा का द्योतक है। परिषद के उपाध्यक्ष अजय शंकर तिवारी ने कहा कि संविधान हमारे देश की रीढ़ है इसके बिना किसी देश की परिकल्पना नही की जा सकती। इसी संविधान से हमारे देश की सुरक्षा होती है और हम अपने अधिकार को लेकर कायम रहते है।
गाजीपुर। भारतीय संविधान निर्माण को लेकर देश व्यापी जागरूकता अभियान चलाया गया। जिसमें जनपद में भारतीय संविधान दिवस के पूर्व संध्या पर अधिवक्ता परिषद उत्तर प्रदेश की गाधिपुरी इकाई ने सिविल बार एसोसिएशन के सभागार में गुरूवार को सिविल बार के अध्यक्ष हृदयनरायण सिंह की अध्यक्षता में शुभारम्भ किया गया। सिविल बार के पूर्व अध्यक्ष चन्द्रबली राय ने लोकतंत्र में संविधान की महत्ता प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय संविधान को प्रत्येक अधिवक्ता को पढ़ना चाहिए और इसकी जानकारी आमजन को भी देना चाहिए। इसके पश्चात परिषद के संरक्षक अमरेन्द्र सिंह उर्फ तात्या ने कहा कि हम सभी अधिवक्ताओं को हमारे राष्ट्र की एकता व अखण्डता बनाये रखने के लिए मजबूत राष्ट्र के निर्माण पर बल देना चाहिए। वरिष्ठ अधिवक्ता सीताराम राय ने बताया कि राष्ट्र को एकजूट करने में हमारे संविधान का विशेष महत्व रहा है इस संविधान के बल पर ही हम लोग न्याय की परिकल्पना कर गरीब और आमजन तक न्याय पहुंचाने का कार्य करते है और बिना किसी भेदभाव के समाज के दबें कुचलो को न्याय दिलाते है, जिससे हमारी कानून व्यवस्था मजबूत बनी हुई है। अधिवक्ता अशोक कुमार भारती ने कहा कि आज हम सभी लोगो को एक साथ मिल करके चलने की आवश्यकता है जिससे समरसता कायम रहे। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय मूल संविधान को हम अधिवक्ता भाईयों को दिखाया ओैर बताया नही गया तथा संविधान को आज जनजन तक बताने की आवश्यकता है, ताकि संविधान निर्माताओं ने जो सपना सजोया था भारत के राष्ट्र निर्माण में वह सपना पूरा हो सके तथा भारत एक शसक्त राष्ट्र बन सके और विश्व को अपने संविधान का लोहा मनवा सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री सिंह ने कहा कि अधिवक्ता परिषद पूरे भारत वर्ष में संविधान दिवस पर अच्छा कार्य कर रही है तथा लोगो में जागरूकता फैला रही है, जिसका असर हम न्यायालयों में देखते है। आमजन को न्याय दिलाने के लिए संविधान का पालन करते हुए आज हम लोक अदालत की परिकल्पना को साथ लेकर गरीबो को सीधे न्याय दिलाने पर कार्यरत है। जो एक समाज में अच्छा संदेश देता है। वरिष्ठ अधिवक्ता रामाश्रय ंिसंह ने कहा कि संविधान के मूल कों भगवान श्रीराम चित्रण के साथ शुरू होता है जो यह दर्शाता हेै कि हमारे संविधान में श्रीराम का स्थान सर्वप्रथम स्थान है उसके बाद संविधान की प्रस्तावना है जो हमारे देश व धर्म की रक्षा का द्योतक है। परिषद के उपाध्यक्ष अजय शंकर तिवारी ने कहा कि संविधान हमारे देश की रीढ़ है इसके बिना किसी देश की परिकल्पना नही की जा सकती। इसी संविधान से हमारे देश की सुरक्षा होती है और हम अपने अधिकार को लेकर कायम रहते है।
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परिषद के अध्यक्ष कृपाशंकर राय ने कहा कि संविधान दिवस तथा अमृत महोत्सव की 75वीं वर्षगाठ पर उन्होने जनपद व प्रदेश के सभी अधिवक्ताओं को संगोष्ठी के माध्यम से आहवाहन किया कि जनपद व प्रदेश के सभी बार एसोसिएशन अपने अपने जनपद के जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री के यहा पत्रक दे करके भारत के मूल संविधान को जनपद व प्रदेश के प्रत्येक बार एसोसिएशन तथा सभी विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों व इण्टरमीडिएट कालेजो में भारतीय संविधान की पुस्तक भेजवाना सुनिश्चित किया जाये ताकि भारतीय मूल संविधान को सभी अधिवक्ता व आमजन मानस तथा छात्र आने वाली पीढ़ी हमारे संविधान भली-भांति जान व समझ सके। इसके लिए अभी से लग कर प्रत्येक जिला से मुख्यमंत्री को पत्रक देना सुनिश्चित करें तथा उन्होेने जनपद के प्रत्येक तहसील में अमृत महोत्सव मनाये जाने के लिए अधिवक्ता अधिक से अधिक भाग ले। कार्यक्रम में आये हुए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया और राष्ट्रगान के पश्चात समापन की घोषणा किया। इस कार्यक्रम में परिषद के सचिव जयप्रकाश सिंह, राजकुमार जायसवाल, हेमन्त राय, अरविन्द श्रीवास्तव, रीना त्रिपाठी, क्षमा त्रिपाठी, बाल्मिकी गुप्ता, मृदूल कुमार राय, रतन श्रीवास्तव, अजय कुमार तिवारी, अजय श्रीवास्तव, आनन्द, श्रीराम सिंह, इफतखार खां, पत्रकार राजेन्द्र प्रसाद, राजेश सिंह, अमरजीत राय व मोहन तिवारी, अधिवक्ता ईश्वरदेव सिंह, गिरीश राय, कमला सिंह, सुधीर सिंह आदि उपस्थित रहे।
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